onam-wikipedia :ओणम (onam)केरल (Kerala) का एक प्रमुख त्योहारों (major festivals) में शामिल है, ओणम का उत्सव चिंगम मास के समय मनाया जाता है| इसमें भगवान विष्णु का वामन अवतार एवं राजा बलि के स्वागत में प्रतिवर्ष (onam festival) ओणम त्यौहार (festival) आयोजित किया जाता है|
यह त्यौहार (festival) 10 दिन निरंतर चलने वाली त्यौहार (festival) है| इसका उत्सव कोच्चि (Kochi) के पास केरल (Kerala) में एकमात्र वामन मंदिर से प्रारंभ होकर ओणम (onam) के प्रत्येक घर और आंगन में फूलों की पंखुड़ियों से सुंदर रंगोली एवं फूलों (पूकलम) की कलियों से तथा सिंदूर, लाल, अबीर, गुलाल, से भी हर घर आंगन में रंगोली बनाया जाता है|
Onam 2022 : युवतियों द्वारा रंगोली बनाने के उपरांत रंगोली के चारों ओर वृत्त बनाकर उल्लास पूर्वक नृत्य और गान (तिरुवाथिरा कलि) करती हैं| इस रंगोली का प्रथम दिन प्रारंभिक स्वरूप छोटा होता है| परंतु नित्या का लगातार 10 दिन के अंदर वृत्त की लंबाई बढ़ाई जाती है| और फूलों को भी बढ़ाया जाता है, ऐसे बढ़ते बढ़ते निरंतर 10 दसवें दिन (थिरुवोणम) यह फूलकम वृहत आकार धारण कर लेता है|
Onam 2022 : इस रंगोली के बीच वामन अवतार विष्णु राजा बलि तथा उनके अंग के रक्षकों की प्रतिष्ठान होती है| जो की कच्ची मिट्टी से बनाई जाती है| के दौरान खेलों का भी आयोजन किया जाता है| जैसे कि नौका दौड़,ओणम एक संपूर्णता से भरा हुआ केरल का त्यौहार होता है, जो लगभग लगभग सभी घरों से मनाया जाता है|
ओणम का महत्व- onam 2022 Importance
Onam 2022 : केरल एवं मलयालम कैलेंडर का माना जाए तो ओणम का त्योहार चिंगम (सिंघम/सिंहम्) महीने में मनाया जाता है| मलयालम लोगों द्वारा साल का पहला महीना माना जाता है| हिंदू कैलेंडर के अनुसार देखा जाए तो अगस्त या सितंबर लास्ट का होता है| 10 दिनों तक चलने वाली यह त्यौहार हर 1 दिन का अपनी एक खास ही महत्व है|
हर एक दिन रंगोली एवं फूलों से सजाया हुआ आगन का सजावट की वृत्त-वृद्धि बढ़ती जाती है| 10 ओदीन फूलों से अपने घर को सजाया जाता है, और विधि विधान पूर्वक विष्णु भगवान के वामन अवतार एवं राजा महाबली की पूजा अर्चना की जाती है|
ओणम की एक और मान्यता प्रचलित है| इस त्यौहार को मलयालम लोगों द्वारा नए फसल की खेतों में फसल अच्छी उपज हो इसके लिए भी खास तौर पर मनाया जाता है|
ओणम 2022 तिथि और मुहूर्त -Onam 2022 muhurat
Onam 2022 : पंचांग के अनुसार देखा जाए तो इस साल थिरुवोणम नक्षत्र बुधवार 7 सितंबर को लगभग शाम 4:00 बजे गुरुवार 08 सितंबर को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट तक लगभग रहेगा,
ओणम 2022 पूजा विधि-Onam 2022 puja vidhi
Onam 2022 : ओणम कि सुबह स्नान ध्यान करके नित्य सुबह ही मंदिर जाकर भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा की जाती है | नाश्ते के उपरांत केला एवं पापड़ खाया जाता है, उसके उपरांत पुष्प कालीन या पकड़म बनाया जाता है, इस दिन अपने घर को फूलों से सजाया जाता है| एवं आंगन में रंगोली बनाई जाती है, एवं केरल में नौका दौड़ भी लगाया जाता है, एवं भैंस और बैल दौड़ आदित्य की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है|
क्यों मनाया जाता है ओणम का त्योहार-Why is the festival of Onam celebrated
ओणम 2022 : का त्योहार लोगों की मान्यता है कि, इस पर्व पर दानवीर असुर राजा बलि के सम्मान के तौर पर मनाया जाता है, कहा यह भी जाता है कि श्री हरि विष्णु की वामन अवतार को लेकर बलि के घमंड को तोड़ा जाता है| लेकिन उसकी वचन विदिता को देखते हुए भगवान विष्णु द्वारा उसे पाताल लोक का राजा बना दिया जाता है दक्षिण भारत के लोग यह भी मानते हैं कि ओरम के पहले दिन राजा बलि पाताल लोक से धरती पर आते हैं| और अपनी प्रजा का हाल चाल लेते हैं|
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